SM Krishna Passes Away: SM Krishna, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण नेता, आज (SM Krishna passed away today) इस दुनिया से अलविदा ले गए। उनका निधन 92 वर्ष की आयु में हुआ, और कर्नाटक सरकार ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए तीन दिन का शोक घोषित किया है। यह कर्नाटक की राजनीति का एक गहरा आघात है, क्योंकि SM Krishna death ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एक विशाल शून्य पैदा किया है।
राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की है कि इस शोक काल में किसी भी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रमों या समारोहों पर प्रतिबंध रहेगा। यह निर्णय उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है। इस कठिन घड़ी में कर्नाटक और देश भर के नेता और आम जनता SM Krishna news के जरिए उनके योगदान को याद कर रहे हैं।
SM Krishna: कर्नाटक में एक युग का अंत
S M Krishna का राजनीतिक जीवन अत्यधिक समर्पण और संघर्ष से भरा हुआ था। वे 1 मई 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली गांव में जन्मे थे। उन्होंने 1962 में मद्दुर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल कर S M Krishna passed away date के बाद से एक लंबी और प्रभावशाली यात्रा की शुरुआत की। अपनी राजनीति के शुरुआती दौर में उन्होंने कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किया और अपने काम से न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण पहचान बनाई।
एसएम कृष्णा का मुख्यमंत्री बनने का सफर उनके करियर की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक था। 11 अक्टूबर 1999 से लेकर 28 मई 2004 तक, उन्होंने SM Krishna chief minister के रूप में कर्नाटक में विकास और समृद्धि के कई कदम उठाए। उनके नेतृत्व में कर्नाटक ने औद्योगिकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की और राज्य में कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं शुरू की गईं।
Former Karnataka CM S M Krishna in ICU. Our prayers for a speedy recovery. @SMKrishnaCong https://t.co/9Cemzbmzp2
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) May 11, 2024
SM Krishna Death: एक अद्वितीय नेता का निधन
SM Krishna passed away today से जुड़ी खबर ने राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ा दी। उनका निधन उन लाखों लोगों के लिए एक दुखद समाचार है जिन्होंने उनके नेतृत्व में अपना जीवन बेहतर होते देखा। उनके निधन पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की। SM Krishna Passes Away की खबर ने कर्नाटक के साथ-साथ देश भर में एक दुखद शोक की लहर फैला दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी SM Krishna death पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक महान नेता थे जिनकी कार्यशैली और दृष्टिकोण ने हमेशा समाज के कल्याण को प्राथमिकता दी। मोदी ने कहा, “S M Krishna जी एक प्रेरणादायक नेता थे जिनकी सराहना सभी वर्गों द्वारा की जाती थी।”
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SM Krishna’s Political Career: एक नजर
S M Krishna का राजनीतिक जीवन एक प्रेरणा है। उन्होंने SM Krishna age के बावजूद अपनी राजनीति में नवीनता और युवाओं के लिए मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी में एक लंबा समय बिताया और 2009 से 2012 तक S M Krishna विदेश मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
राजनीतिक करियर की शुरुआत में उन्होंने प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से जुड़कर काम किया और बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। उनका जीवन भारतीय राजनीति की बदलती धारा का हिस्सा था। S M Krishna ने कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को सत्ता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कर्नाटक की जनता के लिए कई योजनाएं और परियोजनाएं लागू कीं।
लेकिन, राजनीति में बदलाव की हवा का असर उनके जीवन पर भी पड़ा। 2017 में उन्होंने S M Krishna ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। इस कदम ने उनकी राजनीतिक यात्रा को नया मोड़ दिया। उनके पार्टी परिवर्तन को लेकर कई अटकलें थीं, लेकिन उन्होंने हमेशा यह कहा कि उनका निर्णय जनहित में था।
SM Krishna’s Legacy in Karnataka
Karnataka news में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनका कार्यकाल कर्नाटक के राजनीतिक इतिहास में मील का पत्थर माना जाएगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने राज्य में कई महत्वपूर्ण सुधार किए। उनकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और उद्योग के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा दिया।
SM Krishna Passes Away: उन्होंने राज्य में कई बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की, जिनमें बेंगलुरु में मेट्रो परियोजना और औद्योगिक पार्कों का निर्माण शामिल है। उनकी सरकार ने कर्नाटक के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया था, जो बाद में आने वाली सरकारों के लिए प्रेरणा स्रोत बना।
SM Krishna: A Political Journey from Congress to BJP
S M Krishna का राजनीतिक जीवन असाधारण था। कांग्रेस पार्टी में अपने लगभग 50 वर्षों के लंबे सफर के बाद, उन्होंने 2017 में पार्टी से इस्तीफा दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उनके इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा था कि पार्टी की दिशा स्पष्ट नहीं है और वह जननेताओं के लिए असमंजस की स्थिति देख रहे थे। उनका यह कदम भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव था, और इससे उनकी राजनीतिक यात्रा में एक नया मोड़ आया।
SM Krishna Passes Away: हालांकि उनका पार्टी परिवर्तन एक विवादास्पद कदम था, लेकिन उन्होंने हमेशा यह स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल समाज के लिए काम करना था, और उन्होंने किसी भी पार्टी से परे देश की सेवा को प्राथमिकता दी।
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SM Krishna’s Contributions to Indian Politics
S.M.Krishna का योगदान केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं था। उनका राष्ट्रीय स्तर पर भी एक गहरा प्रभाव था। वह S M Krishna death के बावजूद भारतीय राजनीति के एक बड़े नाम के रूप में याद किए जाएंगे। उनकी विदेश मंत्री के रूप में सेवा के दौरान भारत ने कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बनाई।
उनके नेतृत्व में भारत ने विदेश नीति को नए दिशा में आगे बढ़ाया। SM Krishna news के जरिए यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने भारतीय विदेश नीति को सशक्त बनाने में अपना योगदान दिया था, विशेषकर उनके कार्यकाल के दौरान भारत के संबंधों को देशों के साथ मजबूत किया।
Conclusion
S M Krishna का निधन कर्नाटक और भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। उनका जीवन और कार्य न केवल कर्नाटक में, बल्कि पूरे देश में उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। SM Krishna Passes Away की खबर ने सभी को गहरे शोक में डुबो दिया है। उनका योगदान कर्नाटक और भारतीय राजनीति में अविस्मरणीय रहेगा। उनका कार्य, उनके सिद्धांत और उनके नेतृत्व का प्रभाव आने वाले दशकों तक महसूस किया जाएगा।
SM Krishna Passes Away: SM Krishna की यात्रा एक प्रेरणा है, और कर्नाटक सहित पूरे भारत में उनके योगदान को हमेशा सम्मानित किया जाएगा। उनके निधन से कर्नाटक की राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है, लेकिन उनकी योजनाओं और नीतियों का प्रभाव सदियों तक रहेगा।