Hemant Soren : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी, 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों के खिलाफ दिल्ली में प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने ईडी अधिकारियों पर उन्हें और उनके परिवार को SC/ST एक्ट के तहत प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
Hemant Soren ने अपनी शिकायत में कहा कि ईडी के अधिकारी 27 और 28 जनवरी को उनके दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी करने आए थे। उन्होंने कहा कि छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उन्हें जातिगत अपमानित किया।
सोरेन ने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने उन्हें और उनके परिवार को यह भी धमकी दी कि अगर वे उनके निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
सोरेन की शिकायत पर रांची में एससी-एसटी सेल ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच पुलिस कर रही है।

घटना के विस्तृत विवरण
सोरेन ने अपनी शिकायत में कहा कि 27 जनवरी को सुबह 11 बजे ईडी के अधिकारियों की टीम उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची। उन्होंने कहा कि टीम में पांच अधिकारी शामिल थे, जिनमें कपिल राज, देवव्रत झा, अनुपम कुमार और अमन पटेल शामिल थे।
सोरेन ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वे उनसे पूछताछ करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को अपने कमरों से बाहर निकाल दिया और छापेमारी शुरू कर दी।
सोरेन ने कहा कि छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें जातिगत रूप से अपमानित किया और कहा कि वे आदिवासी हैं इसलिए उन्हें कानून का कोई डर नहीं है।
सोरेन ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें और उनके परिवार को यह भी धमकी दी कि अगर वे उनके निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
सोरेन की शिकायत पर प्रतिक्रिया
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, ईडी ने कहा कि वह सोरेन की शिकायत पर जांच कर रही है। ईडी ने कहा कि वह किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानून का उल्लंघन नहीं करेगी।
ईडी ने कहा कि वह सोरेन की शिकायत में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक टीम गठित कर रही है। टीम जल्द से जल्द जांच पूरी करेगी और इसके परिणामों को सार्वजनिक करेगी।
मामले का राजनीतिक पहलू
यह मामला झारखंड में राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा गया है। कुछ लोगों का कहना है कि सोरेन ईडी की जांच से बचने के लिए यह मामला दर्ज कर रहे हैं, जबकि अन्य का कहना है कि ईडी अधिकारी सोरेन को परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता और सोरेन के समर्थक, शिबू सोरेन ने कहा कि ईडी अधिकारी सोरेन को परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोरेन एक आदिवासी नेता हैं और उन्हें जातिगत भेदभाव का शिकार होना पड़ रहा है।
वहीं, बीजेपी के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सोरेन ईडी की जांच से बचने के लिए यह मामला दर्ज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोरेन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए यह मामला दर्ज कर रहे हैं।
यह मामला अभी भी जांच के अधीन है। यह देखना बाकी है कि जांच के बाद क्या परिणाम सामने आते हैं।
इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:
- यह पहली बार है कि किसी मुख्यमंत्री ने ईडी के अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है।
- यह मामला झारखंड में राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा गया है।
- यह मामला देशभर में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह देखना बाकी है कि इस मामले से झारखंड की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।