Share Market Crash: शेयर बाजार एक ऐसा मंच है जहां निवेशक किसी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदते और बेचते हैं। साथ ही, निवेशक कॉर्पोरेट बॉन्ड और म्यूचुअल फंड जैसी जगहों पर भी पैसा लगा सकते हैं।
Share Market Crash: आपने अक्सर शेयर बाजार में गिरावट या उछाल के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शेयर बाजार में भारी गिरावट या मार्केट क्रैश क्यों होता है? इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आखिर शेयर बाजार क्रैश का क्या मतलब है, बाजार क्यों गिरता है, इसके प्रभाव और बाजार जब गिर रहा हो तो आपको क्या करना चाहिए।
Share Market Crash
शेयर बाजार कैसे काम करता है?
शेयर बाजार एक ऐसा मंच है जहां निवेशक किसी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदते और बेचते हैं। साथ ही, निवेशक कॉर्पोरेट बॉन्ड और म्यूचुअल फंड जैसी जगहों पर भी पैसा लगा सकते हैं। वहीं कंपनियां इस जगह अपने व्यवसाय पर नियंत्रण खोए बिना बिक्री के लिए अपनी कंपनी के शेयरों को लिस्ट करा सकती हैं। कंपनियां शेयर बाजार में अतिरिक्त पूंजी जुटाने के लिए लिस्ट होती हैं।
#stockmarketcrash is trending today on Twitter
Sensex/Nifty fell 1.3-1.4% and stocks fell anywhere from 3-10% – This is not a crash
If today's correction worries you, please look at the larger picture and hold on to your conviction 🙂
The journey of Investing is like Andheri… pic.twitter.com/6dWDQilB8W
— Aditya Kondawar (@aditya_kondawar) December 20, 2023
क्यों बदलती हैं शेयरों की कीमतें?
शेयर बाजार अस्थिर होता है, जहां शेयर की कीमतें हर दिन बदलती हैं। यह आपूर्ति और मांग के कारण होता है। अगर स्टॉक खरीदने वालों की संख्या ज्यादा है तो इसका मतलब है कि शेयरों में उछाल आएगा और उस स्टॉक की कीमत बढ़ेगी। इसके उलट अगर शेयर बेचने वालों की संख्या ज्यादा है तो शेयर की कीमत में गिरावट आएगी। कंपनी से जुड़ी पॉजिटिव और निगेटिव खबर के कारण भी बढ़ोतरी और गिरावट आती है।
Share Market Crash: स्टॉक मार्केट क्यों होता है क्रैश?
Share Market Crash: व्यापार से जुड़े कारकों के अलावा किसी कंपनी के शेयरों की कीमत इकोनॉमी, महंगाई दर, ब्याज दर, ग्लोबल मार्केट और ग्लोबल फाइनेंस के कारण बदलती हैं। अगर ये सभी कारक बाजार के विपरीत हैं तो मार्केट में बड़ी गिरावट आती है। इसका मतलब है कि बाजार में लिस्टेड ज्यादातर कंपनियों के शेयर गिरेंगे और एक लहर पैदा हो सकता है, जो स्टॉक मार्केट क्रैश का कारण बन सकता है।
स्टॉक मार्केट गिरे तो क्या करना चाहिए?
अगर स्टॉक मार्केट (Stock market) गिर रहा है तो शांत रहना बहुत आवश्यक है, क्योंकि गिरते शेयर को खरीदने या बेचने पर आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि ज्यादा दिन से शेयर गिर रहा है और उसके बढ़ने की संभावना नहीं है तो ऐसे शेयर से बाहर निकलना बेहतर होगा। नहीं तो आपको बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
निवेश किए गए शेयरों पर टिके रहना आवश्यक है। घबराकर शेयर बेचने पर आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
अगर मार्केट किसी घटना से प्रभावित होकर गिरा है तो उम्मीद होगी कि इसमें फिर से उछाल आ सकता है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा शेयर खरीदकर लाभ कमा सकते हैं।
आज निवेशकों का हुआ तगड़ा नुकसान
बुधवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। बड़ी गिरावट के कारण कई शेयरों में लोअर सर्किट लग गए। BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 13.47 लाख करोड़ रुपये घट गया और 372 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
स्टॉक मार्केट क्रैश के कारण:
- आर्थिक मंदी: कमजोर अर्थव्यवस्था कंपनियों के मुनाफे को घटा सकती है, जिससे निवेशकों का भरोसा कम होता है और बड़े पैमाने पर शेयर बेचे जा सकते हैं।
- ** वैश्विक घटनाएँ:** युद्ध, महामारी या राजनीतिक अस्थिरता जैसी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय घटनाएं व्यापक दहशत और बाजार क्रैश को ट्रिगर कर सकती हैं।
- ब्याज दरों में वृद्धि: केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों को बढ़ाने से उधार लेना महंगा हो सकता है, जिससे कारोबार धीमा पड़ सकता है और निवेशक अपने धन के लिए सुरक्षित विकल्प ढूंढने लगते हैं।
- बुलबुले और उनका फटना: विशिष्ट क्षेत्रों में अस्थिर वृद्धि से संपत्ति के बुलबुले (आभासी तेजी) बन सकते हैं। जब ये बुलबुले फूटते हैं, तो यह व्यापक नुकसान का कारण बनने वाली एक जंजीर प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकता है।
- निवेशकों का मनोविज्ञान: डर और घबराहट में बड़े पैमाने पर की गई शेयरों की बिकवाली महत्वपूर्ण आर्थिक बदलाव के बिना ही शेयरों की कीमतों में तेज गिरावट का कारण बन सकती है।
यह भी ध्यान रखें:
- शेयर बाजार में निवेश करते समय हमेशा धैर्य रखें।
- किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उसकी पूरी जानकारी