Maha Rehmokarm Month: सच्चा गुरु वो प्रकाश है जो अंधेरे में सही रास्ता दिखाता है. एक सच्चे गुरु की मानव जाति पर कृपा का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता है।
जब हम जीवन में बिना किसी दिशा के भटकते हैं, तो हमें किसी ऐसे की ज़रूरत होती है जो हमारा मार्गदर्शन करे। हमें एक ऐसे गुरु की आवश्यकता होती है जो हमें प्यार और दया से सिखाए। सच्चा गुरु आत्माओं का पालन-पोषण करता है और उनका मार्गदर्शन करता है। उनकी दया का कोई अंत नहीं होता।
डेरा सच्चा सौदा: करोड़ों श्रद्धालुओं का परिवार
डेरा सच्चा सौदा दुनिया भर में लाखों भक्तों का परिवार है। डेरा सच्चा सौदा के तीन आध्यात्मिक गुरुओं – शाह मस्ताना जी महाराज, शाह सतनाम जी महाराज (Shah Satnam Singh Ji Mahara)और संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी (Sant Dr. Gurmeet Ram Rahim Singh) इंसां ने इस संगठन को बनाया है। यहाँ सच्ची इंसानियत और आध्यात्मिकता के पाठ पढ़ाए जाते हैं।
डेरा सच्चा सौदा के दूसरे आध्यात्मिक गुरु – शाह सतनाम जी महाराज (Shah Satnam Singh Ji Maharaj ) ने प्यार और भाईचारे की ज्योति जलाई। उन्होंने लाखों लोगों को ध्यान करने का तरीका सिखाया। शाह सतनाम जी महाराज (Shah Satnam Ji Maharaj) लाखों अनुयायियों के लिए आदर्श हैं।
Maha Rehmokarm Month : आध्यात्मिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय – 28 फरवरी
शाह मस्ताना जी महाराज ने अप्रैल 1948 में सिरसा, हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की। डेरा सच्चा सौदा के लाखों भक्तों के लिए 28 फरवरी का दिन बहुत खास होता है। वे इसे “Maha Rehmokarm Month” के रूप में मनाते हैं। इस दिन, शाह मस्ताना जी महाराज ने शाह सतनाम जी महाराज को डेरा सच्चा सौदा के अगले आध्यात्मिक नेता के रूप में घोषित किया था।
शाह सतनाम जी महाराज : करोड़ों भक्त हुए धन्य
28 फरवरी 1960 को एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। पूरे ब्रह्मांड में खुशी की लहर दौड़ गई थी।
शाह मस्ताना जी ने कहा कि “सतनाम” नाम का जाप तो सभी करते हैं, लेकिन कोई भी सतनाम की कल्पना नहीं कर सकता। वो वही सतनाम है, (शाह सतनाम जी महाराज की ओर इशारा करते हुए), “जिसके सहारे यह सारा ब्रह्मांड टिका हुआ है”। पूरे वातावरण में “धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा” का नारा गूंज उठा था।
शाह सतनाम जी महाराज – लाखों लोगों के मार्गदर्शक
शाह सतनाम जी महाराज (Shah Satnam Ji Maharaj) ने अपने अनुयायियों पर अनगिनत कृपा बरसाई। उन्होंने कई गांवों और शहरों में जाकर आध्यात्मिकता का प्रचार किया। उन्होंने लाखों लोगों को ध्यान करने का तरीका सिखाया और समाज को सुधारा। उन्होंने उत्तर भारत में कई आश्रम स्थापित किए।
गुरुजी ने लोगों को कई अंधविश्वासों से मुक्त किया, उनके संदेहों को दूर किया। उन्होंने दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए ब्रह्म विवाह – दहेज मुक्त विवाह (Dowry Free Marriages) की शुरुआत की। उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई किताबें और भजन लिखे। उन्होंने उन लोगों के जीवन को अर्थ दिया जो सांसारिक उलझनों में खो गए थे। शाह सतनाम जी महाराज (Shah Satnam Ji Maharaj) असाधारण दया और सद्गुणों के प्रतीक थे।
शुभ अवसर का जश्न कल्याणकारी कार्यों के साथ
हम गुरु की कृपा के लिए शब्दों में धन्यवाद व्यक्त नहीं कर सकते। फरवरी महीना लाखों भक्तों के लिए वाकई बहुत विशेष है। पूरा माहौल इस अवसर को मनाता है। भक्ति का सागर कोई सीमा नहीं जानता और हर कोई दिव्य क्षणों में आनंदित होने के लिए उत्साहित है। कल्याण क्रियाओं को करने और ईश्वर के बच्चों को प्रेम करने से हम उसकी कृपा प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं। डेरा सचा सौदा के भक्त फरवरी माह को कल्याण कार्यों के द्वारा मनाएंगे। आइए हम सभी इस पवित्र अवसर को मानवीय गतिविधियों के द्वारा मनाएं।